अनुगुल : (दिलीप कुमार चोपदार) जिले की पुलिस मुख्यालय में “स्मार्ट और इंटेलिजेंस ई-बीट पैट्रोलिंग सिस्टम” का शुभ उदघाटन बड़े उत्साह के साथ हुआ है। जिसमें नर्थ सेंट्रल पुलिस आई .जी सत्यब्रत भोई, अनुगुल जिलाधीश अब्दाल अख्तर, जिला आरक्षी अधीक्षक राहुल जैन मौजूद रहते हुए हरि झंडी दिखाकर शुभारंभ किए । इस दौरान जिले की अनेक पुलिस अधिकारी उपस्थित रहते हुए पुलिस कर्मियों की मनोबल बढ़ाते हुए उत्साहित किए है ।

“स्मार्ट और इंटेलिजेंस ई-बीट पैट्रोलिंग सिस्टम” के बारे में अनुगुल “आरक्षी अधीक्षक राहुल” पावर पेंएट के जरिए सबिशेष ब्योरा प्रदान करते हुए व्याख्या किए । उनका कहना है कि स्मार्ट और इंटेलिजेंस ई-बीट पैट्रोलिंग सिस्टम एक डिजिटल और जीआईएस-आधारित प्रणाली है जो पुलिस को बीट पर तैनात कर्मियों की निगरानी करने, अपराधों को रोकने और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखने में मदद करती है।

यह एक मोबाइल ऐप का उपयोग करता है जहाँ गश्ती दल अपने स्थान को जियो-टैग करते हैं, और अधिकारी वास्तविक समय में उनकी गतिविधि को देख सकते हैं। यह प्रणाली अपराध की भविष्यवाणी के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का भी उपयोग करती है और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों से जुड़ सकती है।
मुख्य विशेषताएं:

डिजिटल निगरानी: यह एक ऐप-आधारित, जीआईएस-आधारित प्रणाली है जो बीट पर तैनात पुलिसकर्मियों की उपस्थिति और स्थान की वास्तविक समय में निगरानी करती है।
जियो-टैग्ड उपस्थिति: गश्ती दल के कर्मी मोबाइल ऐप के माध्यम से एक विशिष्ट बिंदु पर पहुँचने पर उसे “पंच” कर सकते हैं, जिससे अधिकारियों को उनकी उपस्थिति का डिजिटल रिकॉर्ड मिलता है।
अपराध की रोकथाम और भविष्यवाणी: यह प्रणाली अपराध-प्रवण क्षेत्रों की पहचान करने और अपराधों को रोकने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और पिछले रुझानों का उपयोग करती है।

संवेदनशील स्थानों पर नज़र: यह एटीएम, पेट्रोल पंप, स्कूल, धार्मिक स्थल और अपराध-ग्रस्त क्षेत्रों जैसे संवेदनशील स्थानों को कवर करती है, जहाँ पुलिस की गश्त सुनिश्चित करती है।
जवाबदेही और पारदर्शिता: यह बीट गश्त में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करती है क्योंकि इसमें डिजिटल रिकॉर्डिंग होती है।
आपातकालीन प्रतिक्रिया से जुड़ाव: भविष्य में, इस प्रणाली को आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) से जोड़ा जाएगा, ताकि ईआरवी के साथ-साथ यह सवार भी आपात स्थिति में मदद के लिए पहुँच सकें।

बेहतर रिपोर्टिंग: सिस्टम रिपोर्ट बनाने के लिए विभिन्न विकल्प प्रदान करता है और पुलिस स्टेशन तथा वरिष्ठ अधिकारियों को वास्तविक समय में डेटा तक पहुँचने की अनुमति देता है।
स्थिरता और ज्ञान का हस्तांतरण: यह प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि बीट गश्त का ज्ञान बीट के ज्ञान और संवेदनशील जानकारी के साथ समाप्त न हो, भले ही कर्मी स्थानांतरित हो जाएं। नागरिकों की सुरक्षा को दुरुस्त करने का प्रयास को अनुगुल आरक्षी अधीक्षक राहुल जैन जी का उद्यम को आई जी एवं जिलाधीश द्वारा सराहना किया गया है।बतादे की जिला खनिक कोष से वित्तीय सहायता प्रदान के चलते यह संभव हो पाया है ।

जिसको सभीवर्ग के लोग काफी सराहना किए है। गौरतलब है कि अनुगुल आरक्षी अधीक्षक जिला पुलिस ने अनेक संस्कार किए है जिसके चलते अपराध और पपराधियों में हड़कंप मची हुई है ।

